Savings#बचत#Investment
Off... ये शब्द सुनते ही जैसे हजारो सवाल मन में उठने लगते है कि ऐसा क्या करे जिससे savings बढ़ा सके.
आज के महेंगाइ वाले ज़माने में सबसे बड़ा सवाल हे।
तो चलिए आज कुछ जानते है कि कैसे हम सेविंग कर सकते है।
सबसे पहले एक बात ध्यान में रखलो की कभी भी एकसाथ कुछ नहीं हो सकता।
एकसाथ से मेरा मतलब हे की अगर हम ये सोचे के एक ही साथ हमारा बैंक बैलेंस बढ़ जाये तो ये चीज पॉसिबल नहीं है।
वो कहते है ना " बूंद-बूंद से सागर बनता है। इसी तरह बूंद-बूंद से ज्ञान, गुण और संपत्ति प्राप्त होते है।“
जैसे की अगर हम नयी-नयी नौकरी में लगे हो तो कभी ये नहीं हो सकता कि नौकरी में लगते ही हमारी सैलरी लाखो रुपये से शुरू हो जाये ...
वहा तक पहुँच ने के लिए बडी महेनत करनी पडती है।
वैसे ही अगर हमे हमारी सेविंग्स बढ़ानी हे तो उसके लिए थोडी सी धीरज और थोडी महेनत लगेगी।
तो चलो देखते हे की ऐसा क्या करे जिससे हम सेविंग्स कर सकते है.
सबसे पहले तो एक रकम तय करलो की हर महीने ये रकम तो हम साइड में निकाल कर रख ही देंगे ।वो आप तय कर सकते है आप के घर की इनकम और आपके घर के खर्चो से और ये रकम उतनी होनी चाहिए की उसके होने ना होने से हमारे घर में कोय तकलीफ ना हो।
दूसरा सेविंग्स करने का तरीका ये हे की जब भी आप बहार शॉपिंग में जाते हो तो ये बात जरूर ध्यान में रखे की आप जो चीज खरीद रहे हे असल में आप को उसकी जरुरत है। कही बार ऐसा भी होता है कि हम उन चीजो को भी खरीद लेते हे जिसका उपयोग हम शायद ही कभी करने वाले हो ।
खास कर के शॉपिंग मॉल में जाते समय क्योकि ये एक ऐसी ललचाने वाली जगह हे जहा हम गये तो होते हे सिर्फ जरुरत की कुछ चीजे खरीदने पर देखते ही देखते हमारा शॉपिंग बकेट कब पूरा भर जाता हे हमे पता ही नहीं चलता। ये एक्सपीरियन्स तो आप सबको भी हो ही चूका होंगा। आप सब ये सोच रहे होंगे की ये सेविंग्स के बिच में शॉपिंग कहा से आ गयी? तो my dear friends ये भी एक तरीके का सेविंग्स ही है ।
आज कल तो सेविंग्स और इन्वेस्मेंट के लिये बैंक्समें कितने सारे प्लान चल रहे है आप उनका भी इस्तेमाल कर सकते है .आप गोल्ड में भी इन्वेस्ट कर सकते हे.ये सबसे सलामत तरीका हे इन्वेस्टमेंट का.
जैसे की मेने पहेले भी कहा था कभी भी सेल या तो ऑफर के सामने ललचा मत जाना ।क्योकि वह हमे सस्ते में सामान देके भी कमाय कर लेते हे पर हम सस्ता देख कर वह चीज भी ले लेते हे जिसकी वाकय में हमे जरुरत नहीं होती।
ये बात जरूर याद रखे चाहे हमारी इनकम ज्यादा हो या कम पर सेविंग्स एक ऐसी चीज है जो हमारे मुश्किल या तो आफत के समय में हमे काम आती है।
जब कोरोना का समय चल रहा था तब कितने दिनो तक घर से बहार नीकल ना बंध हो गया था ना कोई अपने काम पर जा सकता था एक तरफ एक मंदी का माहोल हो गया था। जब ऐसी परिस्थितिया आती हे ना तभी ये सेविंग्स हमारे लिए एक फरिस्ते का काम करती है।
वो कहते हे ना
" डूबते को तिनके का सहारा भी काफी होता है ।"
सो आज से ही तिनका-तिनका जोड ना सुरु करदिजिये, यही एक दिन आपको बड़ी सी नाव बन कर सहारा देंगा.
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