Confidence - the key of success


           हम सब की ज़िन्दगी में ऐसा कई बार होता है कि कोई काम करने के लिए हम सक्षम होते है लेकिन फिर भी हमें किसी के बेक-सपोर्ट की ज़रूरत पड़ती है फिर भले ही बादमे वो काम हम ख़ुद ही करे लेकिन हमे हमारे साथ खड़े रहने वाला कोई चाहिए।

     ऐसा तभी होता है जब हममें आत्मविश्वास की कमी होती है। आत्मविश्वास… ये कहीं पर लेने जाने की ज़रूरत नहीं, वह हम सब मे होता ही है, बस उसको अपने अंदर धीरे-धीरे बढ़ाने की ज़रूरत है। जैसे हम कोई पौधा लगाते हे तो कैसे रोज़ उसे थोड़ा-थोड़ा पानी और समय-समय पर खाध डाल कर उसे बड़ा करते हे बस उसी तरह आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए समय-समय पर उसको भी पानी और खाध की ज़रूरत हे। कई बार ऐसा होता हे की किसी मोटिवेशनल स्पीकर की बाते सुन कर या कोई मोटिवेशनल quote पढ़ कर कुछ देर के लिए तो हम में कॉन्फिडेंस आ जाता हे की में ये कर सकता हु / कर सकती हु लेकिन वह कॉन्फिडेंस एक गुबारे की तरह होता हे वह ज़्यादा से ज़्यादा 2-3 दिन तक ही रहता फिर गुबारे की तरह उस मे से भी हवा निकल जाती हे। क्या आप को सच में लगता हे की किसी मोटिवेशनल स्पीकर को सुन के या ऐसा कुछ पढ़ के हम मे सचमुचम मे कॉन्फिडेंस आ जाता हे? नहीं माय डिअर फ्रेंड्स कभी भी नहीं जब तक आपके अंदर से वह आत्मविश्वास नहीं आएगा तब तक ऐसी कोय भी चीज नहीं जो आपमें कॉन्फिडेंस बिल्ड कर सके।

      आज-कल मार्केट मे ऐसी हजारो किताबे आती हे जो ये दर्शाती हे की ये पढ़ने से आपमे 110% कॉन्फिडेंस आजाएंगा लेकिन माय डिअर फ्रेंडस ये सारी चीजे तभी उसका असर दिखाएंगी जब सचमुच आप वह चाहेंगे। रातोरात कोय किताब पढ़ कर या किसी को सुन कर कॉन्फिडेंस नहीं आ जाता । कॉन्फिडेंस बिल्ड करने के लिए सिर्फ़ और सिर्फ़ आपको ही महेनत करनी पड़ेगी।

उसके लिए आपको सिर्फ़ कुछ छोटे-छोटे स्टेप लेने की ज़रूरत हे । जैसेकि जो काम आपने किया हे वह पहले से ही बहोत सोच समझ कर किया हे तो फिर उसमे किस बात का टेंशन? अपने आप पर भरोषा रखो की जो काम आपने किया हे उसमे आपने अपना बेस्ट दिया हे फिर किसी भी बात की परेशानी नहीं होंगी।

     आप जो भी काम करते हैं उसे बहुत ही ध्यान देकर करें जिसमें गलती होना ना के बराबर हो क्योंकि जब हमारे काम में गलती निकलती है तब वह कहीं ना कहीं हमारे आत्मविश्वास को कम करती है। वैसे ही अपना एप्रोच हमेंशा पॉज़िटिव रखे छोटी से छोटी बात मे नेगटिव की जगह पॉजिटिव पॉइंटस को देखे।

    अपने आप को हमेंशा वेल ग्रूमिंग रखे क्योकि हमारा लुक डेफिनेटली हमारे आत्मविश्वाश को बढ़ाता हे। हमेंशा ऐसे ही कपडे पहने जो आप के लुक को और भी ज़्यादा सूंदर बनता हो उसके साथ ही जो भी चीजे आप पहनते हो वह ऐसी पहने जो आपके ऊपर अच्छी लगती हो फिर वह वॉच हो एयरिंग्स हो या फिर फिंगर रिंग्स क्योकि ये सारी छोटी-छोटी बातें ही आपको हरदम आत्मविश्वास की हर एक सीढ़ी चढ़ ने मे मदद करेंगी।

    अगर आप हॉउसवाइफ हे तो हमेंशा आपके घर को क्लीन और वेलसेट रखे और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात हमेंशा अपने आपको उप टू डेट रखे क्योकि जब हम दिखेंगे अच्छे तो अपने आप ही हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा ज्यादातर हाउसवाइफस ये सोचती हे की हमे कहा घर के बहार जाना हे उसी वज़ह से वह अछेसे तैयार नहीं होती लेकिन सोचिये की आपके कपडे गंदे हे या ऐसे हे जो आप पर अच्छे नहीं लग रहे हे और आपके बाल भी बिखरे हुए हे आपका लुक बिलकुल ही खराब हे और तभी आपके घर कोय इम्पोर्टेन्ट गेस्ट आ जाते हे तो सोचिये तब आपकी हालत क्या होंगी? क्या आपको तब बुरा फील नहीं होगा?

         इसी लिए हमारी छोटी से छोटी बातो पर ध्यान देना बहोत ही ज़रूरी हे क्योकि ऐसी छोटी-छोटी बाते ही हमे अंदर से संकोच के रखती हे।

     ये तो हुई कॉन्फिडेंस की बात अब करते हे ओवर कॉन्फिडेंस की बात।

     कॉन्फिडेंस होना जितनी ही अच्छी बात हे ओवर कॉन्फिडेंस होना उतनी ही बूरी बात।

      ये काम में कर सकता हूँ या ये काम सिर्फ़ मैं ही कर सकता हूँ ये दोनों बात में सिर्फ़ एक छोटी-सी परत हे अगर इस को आप समज गए तो फिर लाइफ मे कभी भी आपको कही पर भी नाकामयाबी देखनी नहीं पड़ेगी।हो सकता हे की जिस काम मे आप की मास्टरी हे वह काम मे शायद किसी और की ना हो लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल नहीं की वह काम कोय दूसरा नहीं कर सकता इसी लिए कभी भी ये ओवर कॉन्फिडेंस मे नहीं रहना चाहिए की ये काम मेरे अलावा कोय कर ही नहीं सकता।

चलो एक मस्त स्टोरी बताती हु।

     आप सब ने खरगोश और कछुए की कहानी तो सुनी ही होगी यहाँ पर कॉन्फिडेंस और ओवर कॉन्फिडेंस ये दोनों ही बातें बखूबी लागू होती है खरगोश को ये ओवर कॉन्फिडेंस था कि ये रेस तो "मैं ही जितुंगा" और वही कछुए को ये कॉन्फिडेंस था कि ये रेस "में जीतूंगा" और अंत में जित किस की हुई ये तो आप सब जानते ही हे।
एक बात हमेंशा याद रखना लाइफ में सक्सेसफुल होने के लिए कॉन्फिडेंस होना बहुत ही ज़रूरी हे फिर चाहे आपको रोटी बनानी हो या बिज़नेस चलना हो। अगर आपको ख़ुद पर भरोसा होंगा के ये काम में कर सकता हु तो आपको वह काम करने से कोय नहीं रोक सकता।

        सोचिये अगर एक चाय बनाने वाला इंसान आज देश चला सकता हे तो हम कुछ क्यों नहीं कर सकते?
भगवान ने हम सब को एक ही जैसा बनाया हे और उनको भी उतना ही वक़्त दिया हे जितना हमे॥

बस अंत में एक ही बात कहना चाहूंगी की...

पहाड़ भी चढ़ जाएगा दरिया भी पार हो जाएगा ,
तू अपने हौसले बुलंद रख ऐ दोस्त ,
महेनत से एक दिन तू अपनी तक़दीर भी बदल पाएंगा।




Comments

Anonymous said…
Awesome writing
Anonymous said…
very true
Anonymous said…
Bahot badhiya 👌👌👌
Yesha said…
Such an inspiring words

Popular Posts